विलियन किसे कहते हैं?
विलयन दो या दो से अधिक पदार्थों का समांगी मिश्रण होता है। इसका मतलब है कि विलयन में मौजूद पदार्थों के कण आपस में समान रूप से मिश्रित होते हैं और इन्हें अलग-अलग नहीं देखा जा सकता है। विलयन में विलायक और विलेय होते हैं:
- विलायक वह पदार्थ होता है जो अधिक मात्रा में होता है और विलेय को घोलता है।
- विलेय वह पदार्थ होता है जो कम मात्रा में होता है और विलायक में घुल जाता है।
उदाहरण:
- नमक का पानी में विलयन: इस विलयन में पानी विलायक है और नमक विलेय है।
- चीनी का पानी में विलयन: इस विलयन में पानी विलायक है और चीनी विलेय है।
- हवा: हवा गैसों का विलयन है। इसमें नाइट्रोजन (78%) विलायक है और ऑक्सीजन (21%) और अन्य गैसें विलेय हैं।
विलयन के प्रकार:
- द्रव विलयन: द्रव विलायक में घुले हुए विलेय का मिश्रण होता है।
- ठोस विलयन: ठोस विलायक में घुले हुए विलेय का मिश्रण होता है।
- गैसीय विलयन: गैसीय विलायक में घुले हुए विलेय का मिश्रण होता है।
विलयन के गुण:
- समांगी: विलयन में मौजूद पदार्थों के कण आपस में समान रूप से मिश्रित होते हैं।
- स्थिर: विलयन के कण गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव में नीचे नहीं बैठते हैं।
- पारदर्शी: विलयन पारदर्शी होते हैं, यानी इनमें से प्रकाश गुजर सकता है।
- एक समान घनत्व: विलयन का घनत्व पूरे विलयन में समान होता है।
विलयन के उपयोग:
- औषधियां: दवाएं अक्सर विलयन के रूप में दी जाती हैं।
- खाद्य पदार्थ: कई खाद्य पदार्थ, जैसे कि सूप, जूस और दूध, विलयन होते हैं।
- घरेलू उत्पाद: कई घरेलू उत्पाद, जैसे कि साबुन, डिटर्जेंट और पेंट, विलयन होते हैं।
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